इस मौसम में बहुत लोग वायरल फ़ीवर से जूझ रहे हैं. वायरस से होने वाली खांसी, ज़ुकाम, पेट और लिवर की दिक्कतें बहुत देखी जा रही हैं.
मौसम बदला नहीं कि खांसी-ज़ुकाम का आतंक शुरू. साल का ये वक़्त कुछ लोगों की जान का दुश्मन बन जाता है. बुखार, एलर्जी, ज़ुकाम, खांसी सब एक साथ अटैक कर देते हैं. इस मौसम में अलग-अलग तरह के वायरल इन्फेक्शन होना बहुत आम है. लेकिन इस बार कुछ नया देखने को मिल रहा है. पहले जब वायरल इन्फेक्शन या बुखार होता था तब 3 से 5 दिनों में ठीक हो जाता था. खांसी भी 4-5 दिनों में ठीक हो जाती थी. लेकिन अब, खांसी है कि जाने का नाम ही नहीं ले रही. बुखार तेज़ आ रहा है. दवा लेने के बाद भी नहीं जा रहा. इंसान बार-बार बीमार पड़ रहा है.
लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है, डॉक्टर से डिटेल में समझेंगे. जानेंगे वायरल इन्फेक्शन में किस तरह का बदलाव आया है? इसके पीछे क्या कारण हैं? और इसका इलाज क्या है?
वायरल इन्फेक्शन में किस तरह का बदलाव आया है?
ये हमें बताया डॉ. नेहा रस्तोगी पांडा ने
डॉ. नेहा रस्तोगी पांडा, सीनियर कंसल्टेंट, संक्रामक रोग विभाग, फ़ोर्टिस हॉस्पिटल, गुरुग्राम
मौसमी वायरल फीवर के कारण
-इसके पीछे कई कारण हैं
-पहला कारण. कोविड के बाद इम्यूनिटी कम हुई है
-इस वजह से वायरल इन्फेक्शन भी ज़्यादा हो रहा है
-दूसरा कारण है प्रदूषण और एलर्जी का बढ़ना
-जैसे-जैसे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बढ़ता है यानी हवा ख़राब होती है, वैसे-वैसे ये दिक्कत बढ़ती है
-ख़ासतौर पर इस मौसम में प्रदूषण बहुत ज़्यादा होता है
-ऐसे में ये वायरस हवा में काफ़ी समय के लिए रहते हैं
-नतीजा? ये शरीर को बहुत जल्दी इंफेक्ट करते हैं
-तीसरा कारण है डायबिटीज़, अस्थमा, कमज़ोर इम्यूनिटी वाले लोगों और बड़े-बुजुर्गों को ये इन्फेक्शन ज़्यादा आसानी से होता है
-जैसे पिछले कुछ सालों में कोविड के नए-नए वैरिएंट देखने को मिले हैं
-वैसे ही बाकी वायरस भी अपना रूप बदलते हैं और मज़बूत बन जाते हैं
-इन नए वायरस के कारण इन्फेक्शन भी ज़्यादा होता है और लंबा चलता है
इस मौसम में बहुत लोग वायरल फ़ीवर से जूझ रहे हैं. वायरस से होने वाली खांसी, ज़ुकाम, पेट और लिवर की दिक्कतें बहुत देखी जा रही हैं.
इलाज
साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखें, हाथ धोते रहें. पब्लिक प्लेस में मास्क पहनकर जाएं. अगर खांसी या ज़ुकाम है तो दूसरों से दूरी बना लें. खांसते हुए चेहरे को ढक लें. इम्यूनिटी मज़बूत करने के लिए अच्छी डाइट लें. अच्छी मात्रा में पानी पिएं. हेल्दी चीज़ें खाएं, जिनसे आपकी इम्यूनिटी बढ़ेगी. कमज़ोर इम्यूनिटी वाले लोग और बड़े-बुज़ुर्ग फ्लू की वैक्सीन लगवाएं.
अपनी इम्यूनिटी मज़बूत बनाने के लिए वो चीज़ें खाएं जिनमें विटामिन सी पाया जाता है. जैसे नींबू, टमाटर, संतरा, कीवी और चकोतरा जैसे खट्टे फल. इसके अलावा हरी पत्तेदार सब्ज़ियां खाइए जैसे पालक, ब्रॉकली, साग, मेथी वगैरह. बादाम, पपीता, अदरक, लहसुन और हल्दी को भी अपनी डाइट में शामिल करिए. जंक फ़ूड और प्रोसेस्ड फ़ूड से एकदम दूर रहिए.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘भगवा न्यूज नेटवर्क ’आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)